1/6/20

सांसद_दीयाकुमारी के एक वर्ष का सफ़र...my village kunwariya

#जिन्हें_भूख_थी_सेवा_की_उन्होंने_काम_किये
जिन्हें आदत थी #श्रेय_झपटने की उन्होंने सिर्फ नाम किये
#कारवां बढ़ता गया कामयाबियां जुड़ती गई       #सांसद_दीयाकुमारी के एक वर्ष का सफ़र...
   
 मई 2019 में विधिवत रूप से शुरू हुआ था सांसद दीयाकुमारी का सफ़र जब पहली बार राजसमन्द से रण जीत कर संसद की दहलीज़ को नमन किया था...
ओर फिर जैसे जैसे कारवां आगे बढ़ता गया, कामयाबियां जुड़ती गई। आज वो सफलता के उस मुकाम पर है जहां आसपास कोई नहीं है। यह सब उनकी मेहनत, सरलता, सादगी और मन में समाए सकारात्मक मानवीय गुणों के कारण सम्भव हो पाया है। राजनीति में होने के बाद भी अपने-पराए के भेद से हमेशा ही दूर रही। जो मिला, जिससे मिली अपनत्व और सम्मान के साथ। 
कार्यकर्ता हो या आमजन, लगाव, अपनत्व और राहत की बूंदों से सबको सराबोर ही किया। दुःख में दुखी और सुख में सुखी के भाव से परे रहते हुए जो मिला उसे स्वीकार किया। सफलताओं ने कदम चूमें तो जनता को धन्यवाद दिया वरना स्वयं ने जिम्मेदारी वहन की। 
एक और लगभग 450 किलोमीटर के क्षेत्रफल में समाया राजसमन्द का विशाल संसदीय क्षेत्र जिसमें चार जिले और आठ विधानसभाएं है, तो दूसरी और क्षेत्र की सामाजिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक विषमताओं से पार पाने की मशक्कत ।
एक जननेता की राजनीतिक और शारीरिक  क्षमताओं को थकाने के लिए पर्याप्त होती है
लेकिन जिस मुस्तेदी के साथ आपने अपने वादों को निभाया है वो स्वागत योग्य है।
हर व्यक्ति की अपनी समस्याएं और अपनी अपेक्षाएं होती है, उनमें तारतम्य बिठाना आसान नहीं होता। 
पूर्व सांसद स्व हरीओम सिंह राठौड़ जिस सफर को बीच में छोड़ गए थे, उस सफर को मंजिल पर पहुंचाने के साथ नई उम्मीदों को पंख लगाने का बीड़ा उठाया सांसद दीयाकुमारी ने। 
लक्ष्य अनुसंधान और उसकी प्राप्ति के दौरान पानी की तरह स्वेद बहाना ही सफलता का मूल मंत्र होता है और इसी मूल मंत्र के दम पर आज राजसमन्द की सांसद दीयाकुमारी ने अपने संसदीय क्षेत्र में अनेक सफलताओं को अर्जित किया है। 
सांसद दीयाकुमारी कहने को तो जयपुर राजघराने की राजकुमारी है जहां के ऐश्वर्य और वैभव की चकाचोंध, हर किसी को मोहित कर सकती है। लेकिन भौतिक आडम्बरों से दूर सादगी पसंद इस युवा सांसद ने राजनीति के मायने बदल कर रख दिये। नाम की चाहत से कोसो दूर, पिछले एक साल में अपने काम के दम पर जनता के दिलों पर विश्वास की छाप छोड़ी है और इसी कारण अपने ही क्षेत्र के कुछ जनप्रतिनिधियों के आंख की किरकिरी भी बन गई। वर्षों से कुंडली मारकर बैठे हुए लोगों के सिंहासन डोलते नजर आने लगे हैं, जो कभी आपके राजसमन्द आने से खुश नहीं थे।
बीते एक वर्ष के कार्यकाल से जनता खुश और संतुष्ट है। कोरोना से छुटकारा मिलने के बाद अपेक्षा है आप इसी गति से विकास की नई बुलंदियों को छूती रहेंगी।
इन्ही शुभकामनाओं के साथ...।।
31 मई 2020

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